अनिरुद्धाचार्य अंतरराष्ट्रीय वसुंधरा रत्न से हुए सम्मानित,संत सम्मेलन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी में वृद्धजनों की सुरक्षा को हुआ मंथन।

😊 Please Share This News 😊
|

वृंदावन– अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन सम्मान समिति के तत्वाधान में परिक्रमा मार्ग स्थित गौरी गोपाल आश्रम में संत सम्मेलन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें वृद्धजनों की सुरक्षा के साथ उनको लेकर बच्चों में निरंतर बढ़ रही उदासीनता एवं वृद्धाश्रम भेजने की प्रवृत्ति को रोकने पर संत , धर्माचार्य एवं समाज के अन्य वर्गों के लोगों ने मंथन किया। वहीं गौरी गोपाल आश्रम के संस्थापक भागवत प्रवक्ता अनिरुद्धाचार्य को अंतरराष्ट्रीय वसुंधरा रत्न पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। मुख्य अतिथि स्वामी त्रंबकेश्वर चैतन्य महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति सभ्यता और जीवन शैली में हमेशा से ही बुजुर्गों का सम्मान करने की परंपरा रही है और इस परंपरा को बनाए रखने का कर्तव्य हम सभी का है।विशिष्ट अतिथि मां वैष्णो देवी मंदिर के संस्थापक जैसी चौधरी ने कहा कि भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाकर ही हम बुजुर्गों के सम्मान को बनाए रख सकते हैं। हमें अपने बच्चों को बचपन से ही संस्कार देने चाहिए।संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ वीडी अग्रवाल ने बताया कि भागवत प्रवक्ता अनिरुद्धाचार्य महाराज द्वारा ब्रजभूमि में वृद्धजनों को सम्मानपूर्ण जीवन व्यतीत करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। ऐसा ही प्रयास हर समर्थवान युवा को करना चाहिए। समिति के सह संस्थापक व सेवा प्रमुख डॉ गिरीश गुप्ता ने बताया कि वरिष्ठजन परिवार में रहकर स्वाभिमान एवं गरिमा पूर्ण जीवन कैसे बताएं, अंर्त पुकार कौन हमें वृद्ध आश्रम से भेजने से रोकेगा विषयक संगोष्ठी पर संतों और धर्माचार्यों ने गहन मंथन कर अनेक प्रस्ताव पारित किए। इन पारित प्रस्तावों को सूचीबद्ध कर जल्द केन्द्र सरकार को भेजा जाऐगा। द्वारिका प्रसाद चित्रकार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन समिति भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी वृद्धो के मान- सम्मान व सुरक्षा को लेकर कार्य कर रही है, यह प्रशंसनीय है।अध्यक्षता करते हुए पंडित बिहारी लाल वशिष्ठ ने देश में वृद्धों की पूर्ण सुरक्षा संबंधी कानून लाए जाने की बात कही।

इस अवसर पर बाबा बलराम दास, महेंद्र प्रताप सिंह, डॉ रमेश चंद्र विधि शास्त्री, कृष्ण कन्हैया पदरेणु, बलराम आचार्य, करुणा शंकर त्रिवेदी, ईश्वरचंद्र रावत आदि उपस्थित थे। संचालन आचार्य बद्रीश महाराज ने किया।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें |
