केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि स्वामी नारायण संस्थान का सबसे बड़ा योगदान संस्कार पर बल देने का रहा है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान ने कई लोगों के जीवन में व्यसनमुक्ति लाकर उन्हें और उनके पूरे परिवार को चिंतामुक्त किया है।
उन्होंने कहा कि समाज के दुख को अपना दुख समझने वाले लाखों कार्यकर्ताओं का सृजन और सभी को एक ही लक्ष्य पर चलने के लिए प्रेरित करना बहुत मुश्किल काम है। श्री शाह ने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज ने अपने जीवन कर्म से ये किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी स्वामी नारायण संप्रदाय का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज ने 1972 में इस बिखरे हुए संगठन को संगठित करने, इसे एक संस्था बनाने और इंस्टीट्यूश्नलाइज़ करने का काम किया। उन्होंने कहा कि मात्र 8 कार्यकर्ताओं से शुरू हुआ ये संगठन आज लाखों कार्यकर्ताओं के साथ चल रहा है और इससे पता चलता है कि एक संत हमें जीवन में कितना कुछ दे सकता है। श्री शाह ने कहा कि बीज, वृक्ष और फल के रूप में इस संगठन ने एक लाख से ज़्यादा कार्यकर्ताओं के माध्यम से इसके सुफल समाज में पहुंचाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज की प्रेरणा ने संस्कृति, धर्म, समाज और सेवा को चैनलाइज़ करने का काम किया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में एक लाख से अधिक कार्यकर्ताओं का इस प्रकार का संगठन कहीं नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि ये अकल्पनीय, अतुलनीय और असंभव है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से 2047 में भारत की आज़ादी की शताब्दी के समय एक महान भारत की रचना का संकल्प 140 करोड़ लोगों ने लिया है।
उन्होंने कहा कि हम सभी संस्कृति, धर्म, समाज और सेवा के संकल्प के साथ-साथ महान भारत की रचना के संकल्प को लें और इस दिशा में अपने जीवन को फिर से प्रेरित करें।