केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज स्वच्छ भारत 2022 के अंतर्गत चांदनी चौक से पूरे भारत के लिए मेगा स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया।
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श्री ठाकुर ने कहा कि एक महीने की अवधि में एक करोड़ किलो ग्राम कचरा इकट्ठा करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी और हम 18 दिनों में 84 लाख किलो ग्राम प्लास्टिक कचरा एकत्र कर चुके हैं और अपने लक्ष्य के पार जाने को तैयार हैं। यह स्वच्छता कार्य देश के जिलों के ऐतिहासिक स्थलों, सामुदायिक केन्द्रों, विद्यालयों, गांवों तथा अन्य स्थानों पर किया गया। बहुत सारे लोग और विशेष रूप से युवा, अपनी पृष्ठभूमि और जुड़ाव के इतर, न सिर्फ इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं बल्कि दूसरों को भी इस पूरी तरह से स्वैच्छिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रेरित करने और प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि स्वच्छता के बिना हम लोगों के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित नहीं कर सकते। केंद्रीय मंत्री ने आग्रह किया कि हमें ‘स्वच्छ भारत’ का दूत बनना होगा। इसके लिए हमें जागरूकता पैदा करने और लोगों की मानसिकता बदलने की जरूरत है। मंत्री महोदय ने युवाओं से अपने आसपास के वातावरण को साफ रखने के लिए दीपावली के दो दिन समर्पित करने का भी आग्रह किया।
श्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा 1 अक्टूबर 2022 से प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में एक महीने के राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत 2022 कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया था। स्वच्छ भारत 2022 कार्यक्रम नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस), उससे जुड़े यूथ क्लबों और राष्ट्रीय सेवा योजना से संबद्ध संस्थानों के नेटवर्क के माध्यम से देश भर के 744 जिलों के 6 लाख गांवों में आयोजित किया जा रहा है।
इसका उद्देश्य युवा कार्यक्रम विभाग और उसके सहयोगी संगठनों एनवाईकेएस और एनएसएस द्वारा स्वच्छ भारत 2022 के प्रयासों को मजबूत करना और देश भर के सभी गांवों में इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करके इस अभियान में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए गतिविधियों को और तेज करना है।
एक सरल शुरुआत ही महान परिवर्तन और बड़े कायापलट की ओर ले जा सकती है। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में युवा कार्यक्रम विभाग द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत कार्यक्रम इसी बात की गवाही देता है।
ये कार्यक्रम अपने आकार और पहुंच, दोनों लिहाज से अनूठा है और इसे युवा भागीदारी से जन आंदोलन के मॉडल पर सोचा गया है और इसके माध्यम से इस कार्यक्रम की सफलता और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक नागरिक की भूमिका और योगदान को हासिल किया गया है।
इस पहल का प्रमुख प्रेरक तत्व – अपने अपने साइलोज़ को भूलकर सभी हितधारकों के बीच समन्वय और तालमेल का रहा है। विभिन्न विभाग/एजेंसियां, सीबीओ और नागरिक समाज संगठन, ये सभी सिंगल यूज प्लास्टिक को खत्म करने और स्वच्छता सुनिश्चित करने के साझा लक्ष्य को साकार करने के लिए एक साथ आए हैं।
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