इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी की सहभागिता से राजस्थान में ऊर्जा के क्षेत्र में हरित और उज्जवल भविष्य का निर्माण करेंगे जिससे उत्कृष्ट और विकसित राजस्थान की संकल्पसिद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि इस सोलर प्लांट से राज्य में ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर किए जा रहे कार्यों को गति मिलेगी। सौर तथा पवन ऊर्जा उत्पादन को एकीकृत करने की दिशा में पहल करते हुए पश्चिमी राजस्थान में एक ग्रीन कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि आज शुरू हुआ यह संयंत्र मेक इन इंडिया का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मेक इन इंडिया’ पर फोकस इस परियोजना में 100 फीसदी भारत में निर्मित सोलर पैनल्स का उपयोग किया गया है, जिनमें से 90 फीसदी का निर्माण जयपुर स्थित भारतीय कंपनी रीन्यू की आधुनिक सोलर मोड्यूल निर्माण युनिट में हुआ है। यह भारत में इस पैमाने की पहली परियोजना है, जिसे राजस्थान में अंजाम दिया गया है।1.3 गीगावॉट पीक पावर क्षमता की यह सोलर पावर परियोजना राजस्थान के जैसलमेर ज़िले में पोखरन और भनियाना तहसीलों के रामपुरिया, भिनाजपुरा, हस्तिनापुर और मासुरिया सहित कई गांवों में तकरीबन 3500 एकड़ में फैली है। उम्मीद है कि इस परियोजना से सालाना लगभग 2490 मिलियन युनिट्स विद्युत का उत्पादन होगा, जिससे राजस्थान में लगभग 5 लाख परिवारों की विद्युत संबंधी ज़रूरतें पूरी होंगी। इस परियोजना के परिणामस्वरूप सालाना 2.3 मिलियन टन कार्बन डाई ऑक्साईड का उत्सर्जन कम होगा (प्रति युनिट 936 ग्राम कार्बन डाई ऑक्साईड उत्सर्जन के आधार पर)। इस तरह यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण में योगदान देगी।इस अवसर पर ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हीरालाल नागर, विधायक महंत प्रतापपुरी, श्री छोटू सिंह भाटी, रिन्यू के सीईओ श्री सुमंत सिन्हा, अन्य जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे। इस दौरान केन्द्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री तथा मुख्यमंत्री ने सोलर प्लांट की लोकार्पण पट्टिका का अनावरण कर उद्घाटन किया।

1.3 गीगावॉट पीक पावर क्षमता की यह सोलर पावर परियोजना राजस्थान के जैसलमेर ज़िले में पोखरन और भनियाना तहसीलों के रामपुरिया, भिनाजपुरा, हस्तिनापुर और मासुरिया सहित कई गांवों
में तकरीबन 3500 एकड़ में फैली है। उम्मीद है कि इस परियोजना से सालाना लगभग 2490 मिलियन युनिट्स विद्युत का उत्पादन होगा, जिससे राजस्थान में लगभग 5 लाख परिवारों की विद्युत संबंधी ज़रूरतें पूरी होंगी। इस परियोजना के परिणामस्वरूप सालाना 2.3 मिलियन टन कार्बन डाई ऑक्साईड का उत्सर्जन कम होगा (प्रति युनिट 936 ग्राम कार्बन डाई ऑक्साईड उत्सर्जन के आधार पर)। इस तरह यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण में योगदान देगी।
इस अवसर पर ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हीरालाल नागर, विधायक महंत प्रतापपुरी, श्री छोटू सिंह भाटी, रिन्यू के सीईओ श्री सुमंत सिन्हा, अन्य जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे। इस दौरान केन्द्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री तथा मुख्यमंत्री ने सोलर प्लांट की लोकार्पण पट्टिका का अनावरण कर उद्घाटन किया।
