संभावनाएं समाहित हैं। मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा कि वे खेती की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलने के लिए सतत प्रयासरत हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारे किसान आत्मनिर्भर बनें, उनकी आय बढ़े, इसके लिए हम सभी मिलकर एक टीम के रूप में कार्य करेंगे।
श्री शिवराज सिंह चौहान ने एक और बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हम क्लीन प्लांट प्रोग्राम अंतर्गत पुणे में राष्ट्रीय स्तर की लैब बनाने जा रहे हैं। पौधों की मूल प्रजातियों के अनुसंधान हेतु पुणे में यह प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी। नागपुर के कविवर्य सुरेश भट सभागार में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत कृषि संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने विदर्भ के किसानों से संवाद करते हुए यह बात कही। श्री शिवराज सिंह ने कृषि उत्पादन बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि शुद्ध और रोगमुक्त पौधशाला सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ पौधा कार्यक्रम (क्लीन प्लांट प्रोग्राम) चलाया जा रहा है। उत्पादन बढ़ाने के लिए अच्छे गुणवत्ता के बीज, मृदा परीक्षण और उत्पादन लागत में कमी लाना किसानों को समझना चाहिए।
इस अवसर पर श्री चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि ICAR की देशभर में 113 संस्थाएं हैं, जिनमें से 11 संस्थाएं महाराष्ट्र में हैं। नागपुर की मृदा सर्वेक्षण संस्था (NBSSLUP) में इन सभी संस्थाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की जाएगी और इस बैठक से महाराष्ट्र के कृषि विकास की दिशा तय होगी। प्रयोगशाला और जमीन (खेतों) के बीच की खाई कम करने के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। देशभर में ICAR संस्थाओं के 16,000 कृषि वैज्ञानिक हैं, और ICAR के वैज्ञानिक कृषि विस्तार अधिकारियों के साथ एक टीम के रूप में गांवों का दौरा करेंगे तथा किसानों को नई किस्मों के बीजों एवं कृषि में नए नवाचारों के बारे में शिक्षित करेंगे। आगामी 29 मई से 12 जून तक चलने वाले इस पंद्रह दिवसीय अभियान में खरीफ सीजन की योजना के लिए कृषि वैज्ञानिक गांवों का दौरा करेंगे और किसानों को सतत कृषि के बारे में भी मार्गदर्शन देंगे।
श्री शिवराज सिंह ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी प्राण-प्रण से जुड़े हुए हैं। मोदी जी का लक्ष्य है एक गौरवशाली, शक्तिशाली, सम्पन्न, समृद्ध, विकसित भारत का निर्माण।एनबीएसएसएलयूपी ने हाइपर स्पेक्ट्रल सेंसर तकनीक का उपयोग कर देश के विभिन्न क्षेत्रों की मिट्टी की सामू (pH), घनता तथा मूल तत्वों की स्पेक्ट्रोरेडियोमीटर द्वारा संकलित जानकारी को शामिल करते हुए ‘नेशनल सॉयल स्पेक्ट्रम स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी’ का उद्घाटन कृषि मंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ किया। इस तकनीक के उद्घाटन के साथ ही महाराष्ट्र, मृदा मानचित्र (सॉयल मैप) वाला पहला राज्य बन गया है।कपास की फसल पर पड़ने वाले गुलाबी बोंडअळी (पिंक बॉलवर्म) कीट प्रबंधन के लिए AI आधारित स्मार्ट ट्रैप तकनीक की भी शुरुआत इसी अवसर पर श्री चौहान ने की। यह तकनीक किसानों को संक्रमित फसलों के बारे में अलर्ट भेजेगी।इस अवसर पर देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के वैनगंगा-नलगंगा नदी परियोजना के बारे में जानकारी दी। इस परियोजना से विदर्भ की सिंचाई क्षमता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे राष्ट्र के लिए समावेशी नीति बनाई है और राज्य सरकार का इसमें पूरा सहयोग रहेगा।राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने बताया कि कपास की तुड़ाई में अभी मजदूर मिलना कठिन हो गया है, इसके लिए बैटरी से चलने वाले छोटे ट्रैक्टर पर अनुसंधान और विकास चल रहा है। यदि यह अनुसंधान सफल रहा तो इसे कृषि मंत्रालय को प्रस्तुत किया जाएगा।इस अवसर पर प्राकृतिक कृषि, जैविक कृषि और किसान उत्पादक संघ में उल्लेखनीय कार्य करने वाले नागपुर क्षेत्र के किसानों का सम्मान केंद्रीय कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री के हाथों किया गया। इस कार्यक्रम में नागपुर क्षेत्र से आए किसान, कृषि वैज्ञानिक, अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।